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सद्भावना समिति ने 80 दिव्यांग गरीब अनाश्रित छात्रों को शैक्षणिक कीट प्रदान कर कार्यक्रम में मेघावी छात्रों का किया सम्मान 

●यजुवेंद्र सिंह ठाकुर●

कांकेर■  शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रही सद्भावना समिति ने दिव्यांग, गरीब अनाश्रित बच्चों को शैक्षणिक कीट प्रदान किया। कोरोना संक्रमण के दौरान दो वर्ष तक स्कूलें बंद होने के कारण यह अभियान बंद था। इस वर्ष समिति ने 80 जरूरतमंद बच्चों को शैक्षणिक कीट प्रदान किया। समिती के इस कार्य से प्रभावित होकर जिला शिक्षा अधिकारी, बीआरसी तथा प्राचार्य ने मंच से ही बच्चों के हित में समिती से सक्रिय रूप से जुड़ने तथा सेवाकार्य करने का निर्णय लिया।शहर के गर्ल्स स्कूल में आयोजित एक कार्यक्रम में सद्भावना समिति ने कक्षा तीसरी से बारहवीं तक के 12 स्कूलों के 80 बच्चों को शैक्षणिक कीट प्रदान किया। जिन बच्चों को शैक्षणिक कीट प्रदान किया गया उनमें निराश्रित तथा दिव्यांग बच्चे हैं। निराश्रित बच्चों में से एसे बच्चों का चुनाव किया गया जिनके पिता या माता में से एक या दोनों में से कोई नहीं है। कार्यक्रम में उच्चतम अंक पाने वाले मेघावी छात्र-छात्राओं का सम्मान भी किया गया। शैक्षणिक कीट में स्कूल बैग, कापी, कंपास, पेन आदि प्रदान किया गया। मुख्य अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी भुवन जैन ने कार्यक्रम को संबोधित करते कहा समिती के कार्य से बहुत प्रभावित हैं तथा इस समिती के माध्यम से प्रतिवर्ष 25 बच्चों को सहयोग करने जिम्मेदारी लेते हैं। साथ ही समिती की मांग पर कांकेर में लाईब्रेरी शुरू कराने का आश्वासन दिया।विशिष्ट अतिथि बीआरसी देवकरण भास्कर ने कहा संस्था काफी अच्छा काम कर रही है। बच्चों के जीवन में निखार लाने सार्थक पहल है। संस्था के सदस्य अपना नाम गुप्त रखते हुए सहयोग करते हैं जो इस बात को साबित करता है की संस्था दिखावे के लिए कार्य नहीं करती है। समिती से जुड़कर गरीब तथा प्रतिभावान बच्चों को सहयोग करने का वादा किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते प्राचार्य अंजना श्रीवास्तव ने कहा समिती के कामों से प्रभावित होकर वे भी प्रतिवर्ष 5 बच्चों को सहयोग करेंगी। आयोजन को सफल बनाने में समिती से जुड़े सुरेश चंद्र श्रीवास्तव, मो रफीक फारूखी, रामशरण जैन, शिवसिंह भदौरिया, कमलेश साहू, वजीद खान, ओमप्रकाश भट्‌ट, मदन जैन, गिरीश सिंह ने योगदान दिया।

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