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मरवाही वन मंडल अपने चरम सीमा पर है भ्रष्टाचार

गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही■ मरवाही वन मंडल अपने चरम सीमा पर है भ्रष्टाचार अंजाम देने के लिए
मय परमेश्वर गुर्जर वन विभाग में एक दैनिक श्रमिक से लेकर एक लिपिक के रूप में कार्य किया जो मेरे को इस क्षेत्र में बहोत से लोग जानते भी होंगे सायद मय सासन के दिशा निर्देश अनुसार 10 साल दैनिक श्रमिक के रूप में विभाग में कार्य करने वाले एवम 1997 से पूर्व के श्रमिको को रेगुलर कटने 2009 में निर्देश हुवे जिसमे ततकालिक dfo ने वनमण्डल स्तर में खुद और 2 sdo एक रेंज ऑफिसर की कमेटी बना कर क्रयालीन अभिलेख से सत्यापन कर चयन सूची बनाया गया कुल 11 लोगो।को पात्र पाया गया जिसे मुख्य वन सनरकक्षक बिलासपुर को वरीयता सूची बना प्रस्तुत किया गया मुख्य वन्सरक्षक बिलासपुर भी 3 dfoएक sdo और स्वम छान बिन समिति गठित कर प्रस्तुत सूची का सत्यापन कराया गया और पात्र श्रमिको का वरीयता प्रधान मुख्य वन सनरकक्षक रायपुर मुख्यालय को अनुमोदन और पद स्वीकृति हेतु भेजा गया जिसमे ततकालिक pccf सर् कुल 6 साखेन्तर पद मरवाहि वनमंडल को।स्वीकृत किया गया जिज़मे हम 6 लोगो का नियमितिकटन हुवा वर्ष 2009 में नियमिति करन के समय सभी 8वी 10वी 12वी स्नातक की अंकसूची मेरे द्वारा दिया गया 2009 से 2016 तक वन चौकीदार के पद पर कार्य किया 2016 में मेरा प्रमोशन लिपिक में हुवा और आज दिनाक तक कार्यरत रहा कुल13 वर्ष कार्य विभाग में किया 10 माह पूर्व प्रभारी dfo आर के मिश्रा और संजय तिर्पाठी sdo पेंड्रा के बीच प्रभार को लेकर मन मोटाव था मय ततकालिक dfo मिश्रा सर् के निर्देश में काम करता रहा मिस्रा सर् के रिटायर मेन्ट के बाद संजय तिर्पाठी प्रभारी dfo मारवाहि का प्रभार लेने में सफल रहा बस मेरे ख़िलाफ़ षड्यन्त्र की सुरवात तिर्पाठी द्वारा मेरे खिलाफ चालू कर दिया सर्व प्रथम बिलासपुर के अपने करीबी मिर्जा बेग सम्पादक प्रजा सक्ति अखबार में मेरा और राकेश मिश्रा के।खिलाफ केवल एक पेज में 450 करोड़ का गबन का आरोप लगा पेपर को सोशल मीडिया और पेपर को वितरित करवाया गया जिससे हम बदनाम हो मय भी इसके भस्टाचार का एक के बाद एक परत खोलना चालू किया जो आप सब को मालूम है 100 समाचार छपे होंगे इससे मेरे ऊपर बदले के भावना से शिकायत गौरी संकर सिरवास भाजपा का ब्लेकमेलर नेता से शिकायत करवाया गया यह भाजपा नेता ने मेरे से ब्लेकमिलिंग कर पैसा लेना चाहा लेकिन डाल नही गला यही भाजपा नेता है जो संजय तिर्पाठी का डांस का फेस बुक पर पोस्ट किया मामला सब पैसे से सलट गया और फिर उसी को फंडिंग कर मेरे खिलाफ शिकायत करवाया गया जिज़मे संजय तिर्पाठी ने खुद प्रभारी dfo मरवाहि रहता है और खूफ sdo पेंड्रा बन कूद एक सीनियर sdo didore के रहते घर बैठे जाच रिपोर्ट बनाता है जाँच कमेटी में मुख्य लिपिक ललित धुरु स्थापना लिपिक प्रभारी मंजुला उइके और सरवन मराबी लिपिक को जाँच कमेटी में रखता है नियम की अगर बात करे तो ख़ुद dfo खुदsdo जाच अधिकारी नही हो सकता न ही लिपिक को कमेटी में रख सकता कोई राज पत्रित अधिकारी ही जाच कर सकता है तिर्पाठी द्वारा मेरे को मेरा पक्छ रखने कोई सूचना नही दिया गया और जाच रिपोर्ट में बताया गया है इसके द्वारा की नोटिस दिया गया और दिया गया तो पावती सार्वजनिक करे कमेटी में गवाह के रूप में dfo सुरक्छा में तैनात चिंताराम बेगा का कोरे कागज में हसताकर करा खुद स्टेनो पुरषोतम कश्यप ने मनगढ़ंत लिखा बेचू सिंह गोड़ सुरेश राठौर का बयान भी तिर्पाठी और स्टेनो लिखे मंजुला उइके ने इस षड्यन्त्र रूपी जाच में भूमिका निभाया सही दस्तावेज न देकर गुमराह किया इतने में ही dfo पटेल सर् की पोस्टिंग मरवाहि dfo के रूप में होती है और संजय तिर्पाठी प्रभार से हटने के 10 दिन बाद मेरे जाच रिपोर्ट को ccf आफिस फर्जी डिस्पेच नम्बर डाल प्रस्तुत करता है और पूर्व से भस्टाचार से ग्रषित ccf चन्देल सर् ने भी तिर्पाठी के साथ कन्धा से कंधा मिलाकर साथ दिया गया मेरे द्वारा इस जाच रिपोर्ट को संजय तिर्पाठी को छोड़ किसी अधिकारी से जाच कराने आवेदन ccf चंदेल सर् को दिया पर मेरे आवेदन में कोई करवाही नही किया गया बल्की dfo मरवाहि को ही करवाही हेतु लिख दिया और पर दे फोन तू फोन ccf का आने लगा कि करवाही करे मानियय पटेल सर् को भी मेरे द्वारा अन्य अधिकारी से जाँच कराने अनुरोध किया पर तिर्पाठी के खिलाफ एफ आई आर करने अनुमति माँगी जांच रिपोर्ट की कॉपी आर टी आई से मांगी पर 6 पत्र का कोई भी करवाही नही किया गया न ही जाच रिपोर्ट दिया गया और एकतरफा मुझे बर्खास्त किया गया मय केवल इनके भस्टाचार को ओपन करने का रिजेक्ट है बर्खास्तगी

रायपुर ब्यूरो रिपोर्ट

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