
●संवाददाता – डमरू कश्यप●
बस्तर■ प्राथमिक शाला आड़ावाल भवन हुआ जर्जर इसके बावजूद जर्जर भवन की मरम्मत व नवनिर्माण के लिये जिम्मेदार अधिकारी नहीं दे रहे हैं ध्यान। वंही स्कूली बच्चे जान जोखिम में डालकर जर्जर स्कूल भवन में पढ़ने को मजबूर है,अब पालक भी अपने बच्चों को स्कूल भेजने से कतराने लगे हैं। वंही ब्लॉक मुख्यालय बस्तर से लगभग 5 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत आड़ावाल भरनी के प्राथमिक शाला भवन पूरी तरह जर्जर हो गया है स्कूल भवन जर्जर होने के कारण छत के प्लास्टर गिरने लगा है। छत में लगे राड़ भी एक-एक कर गिर रहे हैं। शिक्षक से मिली जानकारी के अनुसार शासकीय प्राथमिक शाला में लगभग 63 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। भवन जर्जर होने के कारण बच्चों की जान पर खतरा बना हुआ है*
वहीं ग्रामीण नीलम सिंह ठाकुर व देवानन्द नाग ने कहा बरसात के दिन में करेंट भी लगता है।स्कूल बाउंड्री में बारिश के दिन में भर जाता है। शिकायत तो करते आ रहे हैं लेकिन अभी तक कुछ नही हो पाया है।मरम्मत पहले भी किये थे मरम्मत से समस्याओं का समाधान नही होगा यहां नये भवन की आवश्यकता है। यहां बारिश के दिन में पानी सीपेज व करेंट लगने का भी संभावना बने रहता है।हम पालकों को हमेशा यही डर समाया रहता है कि कब बच्चे घर आयेंगे,जल्द से जल्द नये स्कूल बनने की मांग ग्रामीणों द्वारा किया जा रहा है, नही तो बहुत बड़ा हादसा व घटनाएं हो सकता है।
“अरुण देवांगन”
खंड शिक्षा अधिकारी बस्तर :-
जिला कार्यालय से अति जर्जर मरम्मत का प्रस्ताव मंगाया गया है प्राथमिक शाला आड़ावाल का प्रस्ताव भेजा गया है।राशि प्राप्त होगा तो सुधारने की कार्य की जायेगी।