ज्वलन्त मांगो को लेकर 17 दिनों से लगातार धरने में बस्तर की महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका

●डमरू कश्यप●
जगदलपुर◆ छत्तीसगढ़ प्रदेश में आंगनवाड़ी महिला कार्यकर्ता सहायिका संघ के बैनर तले आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं ने सात सूत्रीय मांगों को लेकर 23 जनवरी 2023 से अनिश्चितकालीन धरने पर जिला मुख्यालय जगदलपुर के कृषि उपज मंडी में धरना दिया जा रहा है।
आपको बता दे कि लगातार 17 दिनों से पूरे प्रदेश में हर जिले मुख्यालय में धरना जारी है। किन्तु आज तक इनकी मांग पूरी नही होती दिख रही है,जब तक इनकी मांग पूरा नही होगा तब तक अनिश्चितकालीन धरने पे बड़ी संख्याओ में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका बैठे रहेंगें।
ऐसा ही जगदलपुर के कृषि उपज मंडी में बस्तर जिले के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं ने अपने मांगो को लेकर लगातार 17 दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पे बैठी है।
वहीं कृषि उपज मंडी से चांदनी चौक से एक महाजंगी रैली भी निकाला गया और बस्तर विधानसभा अध्यक्ष लखेश्वर बघेल व जगदलपुर विधायक रेखचन्द जैन के कार्यालय तक रैली निकाल कर घेराव व ज्ञापन सौपा गया ।
वहीं जिला अध्यक्ष प्रेमवती नाग ने कहा 06 सूत्रीय मांग को लेकर प्रदेश सरकार जो वादा किया था कि जब हमारी सरकार बनेगी तो 10 दिन के अंदर तुम लोगों को कलेक्टर दर दिया जायेगा और घोषणा पत्र में जिक्र भी किया गया था अभी तक एक भी वादा पूरा नहीं किया गया है।क्योंकि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका1975 से कार्यरत है।और कार्यकर्ता को 200 रुपये और सहायिका को 100 रुपये मिल रहा था मैं शासन से पुछना चाहती हूँ 96 से जो शिक्षा कर्मी को 500 रुपये मिलता था आज उनको 60 हजार से ऊपर की सैलरी दी जा रही है,और हमारे कार्यकर्ता बहनों को जो 200 रुपये मिलता था आज मात्र दो हजार रुपये राज्य सरकार से और केंद्र सरकार से चार हजार पाँच सौ रुपये मिलता है,आज के महंगाई में कुछ भी नही है वही छः हजार पाँच सौ रुपये से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं फ़ोटो कापी करती है और केंद्र सजाने के लिये डब्बा खरीद थी है आये दिन बैठक होता है और लिपाई पोताई से लेकर वही कार्यकर्ता करती है। टीए डीए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नहीं मिलता है।आये दिन शासन एक योजना खत्म नहीं होते ही और एक योजना लागू करता है शासन से बोलना चाहूंगी 2 जनवरी 2023 से हड़ताल में बैठे हैं आज 17 दिन हुआ हड़ताल का एक भी बार शासन ने नहीं सोचा है कि महिलाएं इतना दिन से धूप में भूख में प्यास में बैठे हैं जो मैं उनका वादा किया हूं उसका पूरा करूं, लेकिन अभी तक ना कुछ पहल किया है और ना आज तक कुछ भी नहीं किया पूर्व में बीजेपी की सरकार थी जब डॉ रमन सिंह का शासन था 15 साल तो रमन सिंह यह बोले मुट्ठी भर कार्यकर्ता क्या कर लेंगे 15 साल का शासन था उखाड़ कर फेंके ये लास्ट साल है कांग्रेस सरकार की लगता है इसको भी जाना होगा हमारे कार्यकर्ता बहने के ऊपर बहुत प्रताड़ित हो रहा है और बहुत ही ज्यादा परेशानी होना पड़ रहा है अभी तो आगे चुनाव भी है वादाखिलाफी सरकार से बोलना चाहूंगी 4 साल गद्दी में बढ़िया बैठे पूरा देश घूम रहे हैं जो हमारे बहने आज रोड में पड़े हैं एक बार भी नहीं पूछे हैं हम महिलाएं कुर्सी में बिठा सकते हैं तो उखाड़ फेंक भी सकते हैं ये नारी शक्ति है।
जब 23 जनवरी से लेकर 27 जनवरी तक रायपुर में महा पड़ाव किये पांच दिन के अंदर कोई अच्छा विचार आयेगा तो हम लोग उठ जाएंगे और हड़ताल नही करेंगे बोले थे लेकिन पांच दिनों में कोई अच्छा विचार नही आया इस लिए अपने अपने जिले में पूरे छत्तीसगढ़ 28 से लेकर अभी तक 17 दिन हुआ हम लोग हड़ताल में है । हमारी मांगे जब तक पूरी नही होगी तब तक नारी सशक्तिकरण का रूप जारी रहेगी व धरने से नही उठेंगे।
वहीं जगदलपुर विधायक रेखचन्द जैन ने कहा सबसे पहले तो मैं पूरे छत्तीसगढ़, बस्तर, जगदलपुर के जो हमारे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका बहने है उनको मैं सलाम करता हूं कि उन्होंने कोरोना जैसे विपरीत स्थिति में मानव सेवा के लिए अपने प्राणों की परहवा करते हुए सेवा दी आज जगदलपुर नही बल्कि छत्तीसगढ़ में हमारे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका बहने का अपनी मांगों को लेकर 06 सूत्रीय मांग को लेकर आंदोलन है हम सभी बस्तर जनप्रतिनिधियों हो या छत्तीसगढ़ जनप्रतिनिधियों हो हम मुख्यमंत्री से पूर्व में भी इस बात को कहे हैं विधायक दल की बैठक में भी इस बात को कहे है आज फिर हमारे बहनों द्वारा ज्ञापन मिला उसको तुरन्त हम मुख्यमंत्री को भेजेंगे फिर हम रायपुर जा रहे हैं फिर इस विषय पर चर्चा करेंगे और सरकार बड़े ही संवेदनशीलता के साथ जिन घोषणाएं को जिन्होंने किया है हमारे मुख्यमंत्री ने उसको पूरा करने के लिए लगातार प्रयासरत है।और हर परिस्थिति में हम हमारे बहनों की मांग के साथ हैं और हमारे मुख्यमंत्री भी हमारे साथ में हैं हम शीघ्र ही इस दिशा में पहल करेंगे 7 सूत्रीय मांग है जो संघ के द्वारा मिली है ये प्रमुख मांगे इनकी यह है। इसको हम सभी बस्तर के जनप्रतिनिधियों मुख्यमंत्री को एवं प्रभारी मंत्री को देंगे और इनकी मांगों के साथ हम हमारी सरकार बड़े संवेदनशील के साथ विचार कर रही है और शीघ्र ही पूरा करने की प्रयास में है। हमारी सरकार की तो 4 साल पूरा हुआ है। 15 साल पहले भी छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार थी उन्होंने घोषणाओं को किया था कुछ भी नहीं किया परिणाम मिला हमारे कांग्रेस पार्टी चुनावी घोषणा पत्र में, 36 वादे किए थे लगातार एक-एक वादे को पूरा करने की दिशा में प्रयासरत है। उसमें एक घोषणाएं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की है इसमें हमारे मुख्यमंत्री व मंत्रिमंडल गंभीरता से विचार कर रहा है और हम पूरा प्रयास कर रहे हैं जो इनका मांग को पूरा करने के लिए जो कदम सार्थक कदम उठाए हैं।
इस अवसर में बड़ी संख्याओ में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका बहने मौजूद रहे।