खास खबरछत्तीसगढ़ की खबरे

तीज पर्व पर विधायक निवास में महिलाओं का हुआ सम्मान,सौभाग्य के प्रति समर्पण का भाव है तीज पर्व

●यजुवेन्द्र सिंह ठाकुर●

कांकेर■  हरतालिका महापर्व के उपलक्ष्य में बिमला शोरी के द्वारा विधायक निवास कंाकेर में पूजा, आराधना का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें तिजहारिन बहने बड़ी संख्या में उपस्थित हुई। पूजा अर्चना पश्चात मनोरंजनात्मक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये तथा धार्मिक भजन गाकर समस्त वातावरण को धर्ममय बना दिया गया। सभा के मुख्य अतिथि के रूप में सियो पोटाई ने कहा कि भारतीय आध्यात्मिक ग्रंथों एवं पुराणों में हरतालिका (तीज) पर्व का बड़ा ही महत्व बताया गया है। राजा हिमवान एवं माता मैना की पुत्री मां पार्वती के द्वारा इस तिथि को ही भगवान शंकर को पति रूप मंे पाने के लिए तप एवं उपवास रखा गया था और अंत में भगवान प्रशन्न होकर माता पार्वती को पत्नी के रूप में स्वीकार किया। इस परंपरा को अक्षुण बनाये रखते हुए भारत वर्ष में आज भी कुवारी कन्या हरतालिका का उपवास रखती है तथा शादीसुदा महिलायंे अपने पति के लम्बी उम्र के लिए इस उपवास को निर्जला रहकर भगवान की पूजा आराधना करती है। पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष आरती रवि श्रीवास्तव ने कहा कि भारतीय वांग्मय मंे सतियों के सतीत्व की काफी गाथाएं अंकित है जिसमें सबसे पावन कथा माता अनुसुईया का आता है जिसने अपने सतीत्व के बल पर ब्रम्हा, बिष्णु और महेश को बालक बना कर अपने स्तन से दूध पिलाई थी, उसी क्रम में सत्यावान और सावित्री की कथा आप सब जानते है जिसमें सावित्री ने अपने पति के प्राण को यमराज से वापस लायी कमला गुप्ता ने भी अपने सम्बोधन में कहा कि नारी शक्ति स्वरूपा है जिससे देवताओं को भी शक्ति मिलती है और भारतीय धर्म ग्रन्थ नारी शक्तियों के गाथाओं से भरा पड़ा है जब-जब धरती में अत्याचार/पापाचार बड़ा है शक्ति ने नारी का ही स्वरूप लेकर धर्म की ध्वजा को फहराया है और लोगों को विश्रांति प्रदान की है, इसलिए एक वर्ष में चार बार नौरात्र में शक्ति पूजा का विधान बताया गया है जिसमें दो नौरात्र क्वांर और चैत्र सर्व विदित है जबकि दो नौरात्र गुप्त नौरात्र के रूप में शक्ति की आराधना की जाती है। इस कार्यक्रम में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के माता, बहनों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया इस दौरान भजन, गीत भी गुनगुनाये गये साथ ही महिलाओं ने नृत्य कर उत्साह बढ़ाया। अतिथिजनो ने तीजा पर्व के पौराणिक महत्ता को बताते हुए कहा कि महिलाओं के लिए यह पर्व विशेष महत्व रखता है इस दिन वे कठिन व्रत रखकर अखण्ड सौभाग्य की कामना करती हैं साथ ही साथ अपने जीवन साथी के प्रति समर्पण का यह पर्व सभी महिला, बहनों के लिए उत्साह का पर्व है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से सियो पोटाई, आरती रवि श्रीवास्तव,कमला गुप्ता, शिरिमदानी, छाया कौशिक, संध्या सोनी, कमला सोनी, लता सोनी, शुसीला मण्डावी, पिंकी ठाकुर, गीता मण्डावी, प्रिया सिंग, श्रद्धा सिंग, निरूपमा, सविता बघेल, सहित अन्य महिलाओं की भागीदारी रही। इस दौरान महिलाओं को तीज पर्व पर चिन्हारी के रूप में श्रीमती विमला शोरी के द्वारा सुहागिन बहनों को सौभाग्यवती होने का आर्शीवाद देते हुए स्मृति चिन्ह भेट किया गया। कार्यक्रम आयोजन को सफल बनाने में यासीन कराणी, सुनील गोस्वामी, मनोज जैन का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालन सुनील गोस्वामी तथा आभार प्रदर्शन विमला शोरी ने किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button