सरकार की मुश्किलें बढ़ी अधिकारी कर्मचारियों के बाद अब सरपंच भी कर रहे है धरना प्रदर्शन

●स्वप्निल तिवारी●
पिथौरा■ महासमुंद जिले के पिथौरा जनपद परिसर में आज से सरपंचों ने 13 सूत्रीय मांगो को लेकर मोर्चा खोल दिया है। राज्य सरकार के खिलाफ अधिकारि कर्मचारियों के बाद सरपंचों ने भी मोर्चा खोल कहा राज्य सरकार ने मांग पूरी नही की तो होगा उग्र आंदोलन।एक ओर जहां अधिकारी कर्मचारियों के धरने पर बैठने से सारे शासकीय कार्य ढप्प पड़े है तो अब सरपंचों के धरने पर बैठने से विकास कार्यों एवं मूलभूत कार्यों में भी रूकावटे सामने आएंगी। अब देखना ये होगा की क्या राज्य सरकार अधिकारी कर्मचारी व सरपंचों की मांगों को पूरा करेगी या आंदोलन यू ही जारी रहेगा।
सरपंच संघ के अध्यक्ष विद्या पटेल ने कहा की हम सब 13 सूत्रीय मांगों को लेकर आज से अनिश्चित कालीन धरने में बैठे है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से हमारी मांगे है की सरपंचों एवं पंचों के मानदेय में वृद्धि कर सरपंचों का 20 हजार व पंचों का मानदेय 5 हजार करने की मांग,सरपंचों को पेंशन 10 हजार देने की मांग, 50 लाख तक सभी कार्यों में कार्य एंजेशी पंचायत को बनाये जाने की मांग सरपंच निधि के रूप में 10 लाख दिए जाने की मांग ,नक्सलाइटो द्वारा सरपंचों को मारे जाने पर 20 लाख की आर्थिक सहायता ,15 वे वित्त की राशि को अन्य मद में अभिशरण ना किया जाय नरेगा सामग्री भुगतान हर तीन महीने में किया जाए 15 वित्त की राशि को जनपद व जिला पंचायत सदस्य द्वारा अपने ही क्षेत्र में दिया जाये, नरेगा निर्माण कार्य में 40% प्रतिशत अग्रिम राशि दी जाए,सरपंचों व पंचों के कार्यकाल को दो वर्ष बढ़ाया जाये,ग्रामीण प्रधानमंत्री आवास की राशि 2लाख करते हुवे तत्काल राशि जारी किया जाए,सरपंचों के अविश्वास प्रस्ताव अधिनियम में संशोधन किया जाए व धारा 40 में संशोधन करने की मांग शामिल है