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इस्कॉन ने जगदलपुर में बड़ी धूमधाम से मनाई श्रीकृष्ण जन्माष्टमी

●डमरू कश्यप●

जगदलपुर■  इस साल इस्कॉन ने पहली बार जगदलपुर में परम पूज्य भक्ति सिद्धार्थ स्वामी महाराज जी के मार्गदर्शन में जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन किया, जो बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाई गई। भक्तों की सुगमता को ध्यान में रखते हुए यह आयोजन सिरहासार भवन में किया गया था, जिसमें काफी संख्या में जगदलपुर के श्रीकृष्ण भक्तों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।

जन्माष्टमी कार्यक्रम का शुभारंभ शाम 6.00 बजे से ही शुरू हो गया था जो मध्य रात्रि 1.30 तक चालू रहा। फैंसी ड्रेस एवं नृत्य नाटिका जैसे आयोजनों के कारण जहां एक ओर बच्चों एवं उनके परिवार वालों का उत्साह देखते बन रहा था, वहीं सुमधुर हरिनाम संकीर्तन में महिला, पुरुष, बुजुर्ग एवं बच्चे सभी झुमते हुए नजर आए।

एक भक्त ने बताया कि “उन्होंने ने पहली बार जगदलपुर में इस तरह का भव्य जन्माष्टमी आयोजन देखा। भगवान श्री कृष्ण, राधारानी एवं श्री चैतन्य महाप्रभु एवं नित्यानंद प्रभु का पंचगव्य, दूध, दही, घी, शहद, गुड़ एवं विभिन्न फलों के रस तथा विभिन्न प्रकार के फुलों से किया गया महाभिषेक अत्यन्त ही मनमोहक था।” एक अन्य भक्त ने बताया कि “उपस्थित सभी भक्तों को अपने हाथों से भगवान का दूध से अभिषेक करने को मिला। जब उनकी बारी आई तो वे काफी भाव-विभोर हो गई थीं, उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं किया था कि उन्हें भी अपने हाथों से भगवान श्री कृष्ण, राधारानी, गौर-निताई का महाभिषेक करने का मौका मिलेगा।”

भक्तों का तांता लगातार बना रहा, आम आदमी से लेकर प्रतिष्ठित व्यापारी, सरकारी अधिकारी, बैंक अधिकारी जैसे शहर के कई गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे। आए हुए सभी भक्तों के लिए महाप्रसाद का बहुत सुंदर व्यवस्था की गई थी जिसका वितरण शाम 6.00 बजे से लेकर रात 2.00 बजे तक चलता रहा।

साथ ही आयोजन में कुछ स्टॉल भी लगे थे, जहां भगवान श्री कृष्ण से संबंधित कई पुस्तकें जैसे श्रीमद् भगवत गीता, आत्मसाक्षात्कार का विज्ञान, कुन्ती महारानी की शिक्षाएं, भागवतम् आदि उपलब्ध था साथ ही विभिन्न प्रकार की तुलसी मालाएं, चन्दन, अगरबत्तियां आदि उपलब्ध थीं। मध्य रात्रि में छप्पन भोग एवं महाआरती के साथ भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव कार्यक्रम का समापन हुआ।

वैसे तो इस्कॉन पूरे विश्व में जन्माष्टमी का त्योहार अत्यंत हर्षोल्लास के साथ मनाता है लेकिन जगदलपुर वासियों के लिए यह पहला मौका था जब उन्हें उनके अपने ही शहर में जन्माष्टमी महोत्सव के ऐसे भव्य आयोजन का आनंद लेने का मौका मिला। जगदलपुर में इस्कॉन का सेंटर धरमपुरा में है जहां हर रविवार शाम 6.30 बजे एवं विशेष त्यौहारों पर भक्तों के लिए सुमधुर हरिनाम कीर्तन, कथा और साथ ही स्वादिष्ट प्रसाद का आयोजन किया जाता है, जिसमें कई भक्त शामिल होकर इन आयोजनों का लाभ उठाते हैं। आप भी निम्न लिखित संपर्क सूत्र के माध्यम से अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं 9685813574, 7609977055.

इस्कॉन (इंटरनेशनल सोसायटी फॉर कृष्ण कॉन्शसनेस), अंतरराष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ की स्थापना 1966 में श्रील प्रभुपाद ने की थी। इसकी स्थापना समय से ही इस्कॉन पूरे विश्व में श्रीमद् भगवत गीता एवं वैदिक ज्ञान को व्यवस्थित रूप से प्रचारित करने और जीवन मूल्यों के असंतुलन को व्यवस्थित करने के साथ दुनिया में वास्तविक एकता और शांति स्थापित करने के लिए आध्यात्मिक जीवन की तकनीकी से सभी लोगों को शिक्षित करने में लगा हुआ है।

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