आजादी के 75 साल बाद भी धोबीटोला के ग्रामीण जान जोखिम में डालकर पार करते है नाला,शासन व प्रशासन जनप्रतिनिधि नही ले रहे सुुध

●आशीष मंडलेकर●
कटंगी■ कटंगी विधानसभा क्षेत्र का अंतिम गांव तहसील मुख्यालय से 22 कि.मि दूर लिंगापौनार है. इस गांव के आगे जिला सिवनी की सिमा प्रारम्भ होती है सिवनी जिले की कुरई तहसील का धोबीटोला गांव के ग्रामीणों का संपर्क बारिश में चारो तरफ से कट जाता है कारण यह गांव तीनो तरफ से अलग अलग नालो से घिरा हुआ है इस कारण बरसात अधिक हो जाने से ग्रामीणों का आना जाना बंद हो जाता है इन दिनों ग्रामीण खुली जेल के कैदी बनकर गांव में कैद हो जाते है, बहुत अधिक जरूरत पड़ने पर मजबूरी में ग्रामीणों को अपनी जान जोखिम डालकर नाला पार कर जाना पड़ता है । पिछले 3 दिनो से हो रही भारी बारिश ग्रामीणों के लिए आफत बन गई ग्रामीण पूरी तरह गांव तक ही सीमित हो गया। आजादी के 75 वर्ष होने के अवसर पर पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है उसके बावजूद आजाद भारत के ग्रामों के ये हाल है। धोबीटोला ग्राम की 70 फीसदी से अधिक आबादी आदिवासी, हरिजन समाज की है देश के चुनाव का केंद्र बिंदु अक्सर यही समाज होता है देश की नीतियों, योजनाओं में हमेशा आदिवासी हरिजन समाज कां ध्यान रखा जाता है। उसके बावजूद आजादी के 75वर्ष बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों की ऐसी स्थिति आम व्यक्ति को सोचने पर मजबूर करती है । देश को आजाद हुए 75 वर्ष हो गए धोबीटोला के ग्रामीण बरसात में घरों में कैद हो जाते है आश्चर्य यह कि देश आजादी के बाद भी आज तक तीनो नालो मे से एक नाले पर भी पुल नही बना है इस गाव के 100 से 150 बच्चे रोजाना स्कूल, कालेज जाने, ग्रामीणों को बाजार, अस्पताल, बैंक आदि जरूरी कामो के लिए नाले की बाढ को पार कर जान जोखिम में डालकर जाना पड़ता है । धोबीटोला के ग्रामीणों ने बताया बारिश में गाव के बाहर जाना मुश्किल और जोखिम भरा होता है यदि किसी ग्रामीण की रात में अचानक तबीयत खराब हो जाये बड़ी मुश्किल से नाला पार कर उसे अस्पताल या डाक्टर तक ले जा पाते है ऐसे में यह अधिक जोखिम भरा होता है आजादी के 75 वर्ष बाद भी यहां के ग्रामीण अपनी मूलभूत सुविधाओ से वंचित हैं ।
अनेक ग्रामीणों ने बताया नाले पर पुलिया बनाने अनेक बार शासन, प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई गई किन्तु आज तक किसी भी अधिकारी या जनप्रतिनिधि ने इस ओर ध्यान नही दिया । 5 वर्षो में एक बार इन ग्रामीणों का उपयोग मतदान के लिये किया जाता है उसके बाद इनकी समस्याओं पर इन प्रतिनिधियों ने कभी ध्यान ही नही दिया है ।
“धोबीटोला के ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से मांग की जल्द पुलिया का निर्माण करे । अन्यथा 2023 -2024 में होने वाले विधानसभा, एवं लोकसभा चुनाव का धोबीटोला के ग्रामीण पुर्ण बहिष्कार करेंगे । जिसकी जवाबदारी प्रशासन की होंगी”!